upstox में stoploss और TARGET कैसे लगाते है ?

UPSTOX में STOPLOSS और TARGETलगाने का सही तरीका 

स्टॉप लॉस (Stop Loss) एक वित्तीय उपकरण है जो निवेशकों और ट्रेडर्स को नुकसान को सीमित करने में मदद करता है। यह एक प्रीसेट प्राइस लेवल होता है, जिस पर कोई स्टॉक, कमोडिटी या अन्य संपत्ति अपने आप बेच दी जाती है ताकि संभावित नुकसान को रोका जा सके। उदाहरण के लिए, यदि आपने किसी स्टॉक को ₹100 पर खरीदा है और आपका स्टॉप लॉस ₹90 पर सेट है, तो यदि स्टॉक की कीमत ₹90 तक गिर जाती है, तो वह अपने आप बेच दिया जाएगा। स्टॉप लॉस का उपयोग ट्रेडिंग में जोखिम प्रबंधन के लिए किया जाता है।

Stoploss और टारगेट लगाने का प्रोसेस

सबसे पहले UPSTOX APP OPEN कर लेना है उसके बाद किसी स्टॉक या इंडेक्स  का चार्ट खोल लेना है फिर उसके बाद BUYL BUTTON पे क्लिक करना है  फिर उसके बाद कुछ ऐसा इंटरफ़ेस देखने को मिलेगा . . . . . .

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upstox stoploss




GTT पे क्लिक करने के बाद क्वांटिटी डालना है फिर उसके बाद STOPLOSS और टारगेट वाले बॉक्स को टिक कर देना है कुछ इस तरह से . . . . . . . . .


upstox stoploss

1. STOPLOSS वाले बॉक्स में अपने हिसाब से जैसे 10 रूपये का stoploss लेना चाहते है तो कीमत से 10 रूपये कम यानि कीमत 100रूपये है  तो SL 90 रूपये हो जायेगा।

2. TARGET वाले बॉक्स में  कीमत से जितने रूपये का रखना चाहते है जैसे अगर आप 20 रूपये का रखना चाहते है तो टारगेट प्राइस 100+20=120 हो जायेगा।

निष्कर्ष:

स्टॉप लॉस एक महत्वपूर्ण जोखिम प्रबंधन उपकरण है, जो ट्रेडर्स और निवेशकों को बड़े नुकसान से बचाने में मदद करता है। यह पहले से तय की गई कीमत पर ऑटोमैटिक सेलिंग सुनिश्चित करता है, जिससे भावनात्मक फैसलों से बचा जा सकता है। इसका सही उपयोग करने से पूंजी की सुरक्षा और निवेश में अनुशासन बनाए रखना आसान हो जाता है।



FAQ

स्टॉप लॉस (Stop Loss) से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ):

  1. स्टॉप लॉस क्या है?
    स्टॉप लॉस एक प्रीसेट प्राइस लेवल है, जिस पर किसी स्टॉक, कमोडिटी या अन्य एसेट को ऑटोमैटिक रूप से बेच दिया जाता है ताकि बड़े नुकसान से बचा जा सके।

  2. स्टॉप लॉस का उपयोग क्यों किया जाता है?
    स्टॉप लॉस का उपयोग ट्रेडिंग और निवेश में जोखिम प्रबंधन के लिए किया जाता है ताकि नुकसान को एक सीमित स्तर तक रोका जा सके।

  3. स्टॉप लॉस कैसे काम करता है?
    जब कोई निवेशक स्टॉप लॉस ऑर्डर लगाता है, तो यदि बाजार में उस एसेट की कीमत स्टॉप प्राइस तक गिरती है, तो वह एसेट अपने आप बेच दिया जाता है।

  4. क्या स्टॉप लॉस केवल शेयर मार्केट के लिए होता है?
    नहीं, स्टॉप लॉस का उपयोग फॉरेक्स, कमोडिटी, क्रिप्टोकरेंसी और अन्य ट्रेडिंग एसेट्स के लिए भी किया जाता है।

  5. स्टॉप लॉस का स्तर कैसे निर्धारित करें?
    स्टॉप लॉस का स्तर आपकी जोखिम उठाने की क्षमता, बाजार की स्थिति और एसेट की वोलैटिलिटी (मूल्य में उतार-चढ़ाव) पर निर्भर करता है।

  6. स्टॉप लॉस लगाने के क्या फायदे हैं?

    • बड़े नुकसान से बचाव
    • निवेश में अनुशासन बनाए रखना
    • भावनात्मक निर्णयों से बचाव
  7. स्टॉप लॉस लगाने के क्या नुकसान हैं?

    • अगर मार्केट में अचानक उतार-चढ़ाव होता है, तो आपका स्टॉप लॉस ऑर्डर ट्रिगर हो सकता है और आप जल्दी बाहर हो सकते हैं।
    • कभी-कभी कीमतें तेजी से रिकवर कर सकती हैं, लेकिन आपका एसेट पहले ही बेच दिया जाता है।
  8. स्टॉप लॉस और ट्रेलिंग स्टॉप में क्या अंतर है?
    स्टॉप लॉस एक निश्चित प्राइस लेवल पर काम करता है, जबकि ट्रेलिंग स्टॉप बाजार की दिशा में अपने आप एडजस्ट होता है, जिससे आप लाभ के साथ-साथ जोखिम को भी नियंत्रित कर सकते हैं।

  9. क्या मैं स्टॉप लॉस को बदल सकता हूं?
    हां, आप किसी भी समय अपना स्टॉप लॉस बदल सकते हैं, खासकर जब आप अपनी रणनीति में बदलाव करना चाहते हैं या बाजार की स्थिति बदल जाती है।

  10. स्टॉप लॉस का सही उपयोग कैसे करें?

  • अपने जोखिम सहनशीलता के अनुसार स्टॉप लॉस सेट करें।
  • वोलैटिलिटी को

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