स्टॉप लॉस एक महत्वपूर्ण जोखिम प्रबंधन उपकरण है, जो ट्रेडर्स और निवेशकों को बड़े नुकसान से बचाने में मदद करता है। यह पहले से तय की गई कीमत पर ऑटोमैटिक सेलिंग सुनिश्चित करता है, जिससे भावनात्मक फैसलों से बचा जा सकता है। इसका सही उपयोग करने से पूंजी की सुरक्षा और निवेश में अनुशासन बनाए रखना आसान हो जाता है।
स्टॉप लॉस (Stop Loss) से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ):
स्टॉप लॉस क्या है?
स्टॉप लॉस एक प्रीसेट प्राइस लेवल है, जिस पर किसी स्टॉक, कमोडिटी या अन्य एसेट को ऑटोमैटिक रूप से बेच दिया जाता है ताकि बड़े नुकसान से बचा जा सके।
स्टॉप लॉस का उपयोग क्यों किया जाता है?
स्टॉप लॉस का उपयोग ट्रेडिंग और निवेश में जोखिम प्रबंधन के लिए किया जाता है ताकि नुकसान को एक सीमित स्तर तक रोका जा सके।
स्टॉप लॉस कैसे काम करता है?
जब कोई निवेशक स्टॉप लॉस ऑर्डर लगाता है, तो यदि बाजार में उस एसेट की कीमत स्टॉप प्राइस तक गिरती है, तो वह एसेट अपने आप बेच दिया जाता है।
क्या स्टॉप लॉस केवल शेयर मार्केट के लिए होता है?
नहीं, स्टॉप लॉस का उपयोग फॉरेक्स, कमोडिटी, क्रिप्टोकरेंसी और अन्य ट्रेडिंग एसेट्स के लिए भी किया जाता है।
स्टॉप लॉस का स्तर कैसे निर्धारित करें?
स्टॉप लॉस का स्तर आपकी जोखिम उठाने की क्षमता, बाजार की स्थिति और एसेट की वोलैटिलिटी (मूल्य में उतार-चढ़ाव) पर निर्भर करता है।
स्टॉप लॉस लगाने के क्या फायदे हैं?
स्टॉप लॉस लगाने के क्या नुकसान हैं?
स्टॉप लॉस और ट्रेलिंग स्टॉप में क्या अंतर है?
स्टॉप लॉस एक निश्चित प्राइस लेवल पर काम करता है, जबकि ट्रेलिंग स्टॉप बाजार की दिशा में अपने आप एडजस्ट होता है, जिससे आप लाभ के साथ-साथ जोखिम को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
क्या मैं स्टॉप लॉस को बदल सकता हूं?
हां, आप किसी भी समय अपना स्टॉप लॉस बदल सकते हैं, खासकर जब आप अपनी रणनीति में बदलाव करना चाहते हैं या बाजार की स्थिति बदल जाती है।
स्टॉप लॉस का सही उपयोग कैसे करें?
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