बैंक खाते में आधार लिंक या डीबीटी/एनपीसीआई लिंकिंग कैसे करें
भारत सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे बैंक खाते में प्राप्त करने के लिए आपका बैंक खाता आधार नंबर और एनपीसीआई (NPCI) प्लेटफॉर्म से लिंक होना अनिवार्य है। इसे DBT (Direct Benefit Transfer) या आधार सीडिंग कहते हैं। यहां हम विस्तार से जानेंगे कि बैंक खाते में आधार लिंकिंग और एनपीसीआई मैपिंग कैसे करें।
आधार सीडिंग का मतलब क्या है?
आधार सीडिंग का अर्थ है आपके बैंक खाते में आपके आधार नंबर को जोड़ना। इससे आपकी पहचान सरकारी योजनाओं में सत्यापित होती है और लाभ सीधे खाते में भेजा जाता है।
DBT/NPCI लिंकिंग का मतलब क्या है?
NPCI (National Payments Corporation of India) के जरिए आपका बैंक खाता DBT (Direct Benefit Transfer) प्लेटफॉर्म पर मैप होता है, जिससे LPG सब्सिडी, किसान सम्मान निधि, छात्रवृत्ति आदि की राशि सीधे खाते में आती है।
बैंक खाते में आधार लिंक कैसे करें?
1. बैंक शाखा के माध्यम से:
- अपने बैंक की नजदीकी शाखा में जाएं।
- आधार लिंकिंग के लिए फॉर्म भरें।
- साथ में आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटोकॉपी जमा करें।
- बैंक अधिकारी द्वारा आपका आधार आपके खाते से लिंक कर दिया जाएगा।
- एसएमएस द्वारा कन्फर्मेशन मिलेगा।
2. एटीएम के माध्यम से:
- अपने बैंक का एटीएम जाएं।
- डेबिट कार्ड डालें और आधार लिंकिंग ऑप्शन चुनें।
- आधार नंबर दर्ज करें और पुष्टि करें।
- कुछ ही मिनटों में लिंकिंग प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
3. ऑनलाइन बैंकिंग/नेट बैंकिंग के माध्यम से:
- अपने बैंक की इंटरनेट बैंकिंग लॉगिन करें।
- ‘Aadhaar Seeding’ या ‘Link Aadhaar’ विकल्प पर क्लिक करें।
- आधार नंबर दर्ज करें और OTP द्वारा सत्यापन करें।
- लिंकिंग सफल होने पर कन्फर्मेशन प्राप्त होगा।
4. मोबाइल बैंकिंग के जरिए:
- अपने बैंक की मोबाइल ऐप खोलें।
- आधार लिंकिंग ऑप्शन पर जाएं।
- आधार नंबर और अन्य विवरण भरें।
- लिंकिंग के बाद SMS प्राप्त होगा।
एनपीसीआई/डीबीटी लिंकिंग कैसे चेक करें?
✅ वेबसाइट से चेक करें:
✅ बैंक से पता करें:
- बैंक में जाकर मिनी स्टेटमेंट या बैंक पासबुक में ‘AADHAAR SEEDED’ या ‘NPCI MAPPED’ लिखा होगा।
- ग्राहक सेवा से जानकारी लें।
DBT/NPCI मैपिंग कैसे अपडेट करें?
अगर आपने बैंक बदला है या DBT किसी नए खाते में प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे स्टेप्स अपनाएं:
- अपने नए बैंक खाते में आधार लिंक करवाएं।
- NPCI मैपिंग के लिए फॉर्म भरें।
- पुराने बैंक में जाकर डी-मैपिंग करवा सकते हैं या नया बैंक अपने आप अपडेट कर देता है।
- अपडेट होने के बाद DBT राशि नए खाते में आनी शुरू हो जाएगी।
NPCI लिंकिंग में ध्यान देने योग्य बातें:
✅ हमेशा एक ही बैंक खाते में NPCI मैपिंग कराएं।
✅ समय-समय पर स्टेटस चेक करते रहें।
✅ DBT ट्रांजेक्शन पासबुक या एसएमएस के जरिए ट्रैक करें।
✅ मोबाइल नंबर हमेशा अपडेट रखें ताकि OTP प्राप्त हो सके।
FAQ - अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या मैं एक से ज्यादा खातों में आधार लिंक कर सकता हूं?
✔️ हां, आप कर सकते हैं लेकिन DBT राशि उसी खाते में आएगी जहां NPCI मैपिंग एक्टिव है।
2. NPCI मैपिंग चेक करने के लिए कोई शुल्क लगता है?
✔️ नहीं, यह बिल्कुल फ्री सर्विस है।
3. NPCI मैपिंग कितने समय में एक्टिवेट होती है?
✔️ सामान्यतः 3-5 कार्यदिवस में एक्टिव हो जाती है।
4. आधार लिंक न होने पर DBT पैसा नहीं आएगा?
✔️ नहीं आएगा। आधार लिंक और NPCI मैपिंग अनिवार्य है।
✅ निष्कर्ष:
अगर आप सरकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं तो अपने बैंक खाते में आधार और NPCI लिंकिंग अवश्य करवा लें। यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और आसान है।
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